
राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) ने पीएलएफआई के टेरर फंडिंग केस में फुलेश्वर गोप को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने फुलेश्वर को गुमला के पालकोट रोड शांतिनगर से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद उसे रांची में एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया। एनआईए ने फुलेश्वर को चार दिनों के रिमांड पर लिया है। रिमांड के बाद उसे एनआईए कैंप में ले जाकर पूछताछ की जा रही है।
मेसर्स शक्ति समृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड में होता था निवेश: जांच से जुड़े एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक, फुलेश्वर गोप ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के साथ सांठगांठ कर मेसर्स शक्ति समृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी खोली थी। इस कंपनी में वह दिनेश गोप की पहली पत्नी हीरा देवी का पार्टनर है। एनआईए के मुताबिक, पीएलएफआई की लेवी के पैसों का इस कंपनी के खाते में निवेश किया जाता था। इस कंपनी के जरिए संपत्ति में पीएलएफआई के पैसों का निवेश होता था। कंपनी से हुई आय का इस्तेमाल उग्रवादी गतिविधियों में होने की बात भी सामने आयी है।
दिनेश गोप फरार घोषित किया गया : टेरर फंडिंग केस में एनआईए अबतक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, इस मामले में अबतक दिनेश गोप की तलाश पुलिस को है। दिनेश गोप को एनआईए ने फरार घोषित किया है।
नोटबंदी के दौरान खुला था राज : नोटबंदी के ठीक बाद दिनेश गोप ने लेवी के 25.38 लाख रुपये एसबीआई बेड़ो शाखा में एक पेट्रोल पंप संचालक के जरिए जमा करवाने की कोशिश की थी। तब पेट्रोलपंप संचालक समेत चार लोगों को रांची पुलिस ने 10 नवंबर 2016 को गिरफ्तार किया था। इस मामले में एनआईए ने 19 जनवरी 2018 को केस टेकओवर किया था। एनआईए ने शुरुआत में छापेमारी कर दिनेश गोप के सहयोगी सुमंत कुमार समेत अन्य के ठिकानों से 90 लाख नकदी व निवेश संबंधी कागजात बरामद किए थे। एनआईए ने जांच के क्रम में दिनेश गोप की पत्नियों हीरा देवी व शकुंतला कुमारी को गिरफ्तार किया था। 2 मार्च को एनआईए ने दिनेश गोप के खास सहयोगी जयप्रकाश सिंह भुइयां और अमित देशवाल को गिरफ्तार किया था। पीएलएफआई के पैसों के कंपनियों में निवेश के मामले में गुजरात के एक व्यवसायी को भी एनआईए ने गिरफ्तार किया था।