
झारखंड के जमशेदपुर में एमजीएम अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही से कोरोना के चार पॉजिटिव मरीज की जान चली जाती। नर्स ने मरीज को कफ सिरप के बदले तारपीन का तेल दे दिया था। घटना शनिवार की है। कफ सिरप और तारपीन की सच्चाई सामने आने से कोविड वार्ड में भर्ती अन्य मरीज दहशत में हैं।
हुआ यूं कि कोविड वार्ड में भर्ती एक मरीज शनिवार को खांसी से परेशान था। उसने डॉक्टर को समस्या बताई थी। डॉक्टर ने कफ सिरप देने का आदेश दिया, लेकिन नर्सों ने उसे तारपिन का तेल दे दिया। भला हो कि मरीज की नजर बोतल पड़ गई और उसने कथित कफ सिरप पीने से ही इनकार कर दिया अन्यथा उसकी जान जा सकती थी।
इससे अस्पताल प्रबंधन भी सकते में आ गया कि ऐसी लापरवाही कैसे हुई। अब जांच करायी जा रही है कि कोविड वार्ड में तारपिन का तेल कैसे पहुंचा। जानकारी के अनुसार चार मरीजों के लिए नर्स कफ सिरप ले गई थी। एक मरीज की नजर पड़ने से किसी ने कफ सिरप नहीं पिया था। एमजीएम के कोविड वार्ड में अभी 71 मरीज भर्ती है। एमजीएम अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. नकुल चौधरी ने बताया कि जांच हो रही है। कोविड वार्ड में तैनात नर्स व कर्मचारियों का कहना है कि कफ सिरप जैसे बोतल में तारपिन का तेल होने के कारण दिक्कत हुई है।