
जिला स्वास्थ्य विभाग में अनुबंधित 18 में से दो कर्मचारियों की नियुक्ति में विभागीय प्रावधान का उल्लंघन हुआ है। प्रभारी सिविल सर्जन ने नियुक्ति जांच के दौरान डीआरडीए निदेशक को यह रिपोर्ट सौंपी है। शिकायत के अनुसार जांच टीम ने शनिवार को पूर्णिमा कर्मकार एवं संगीता कुमारी को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन पूर्णिमा कर्मकार जांच टीम के समक्ष पेश नहीं हुईं। इससे जांच प्रक्रिया अधूरी रह गई। डीआरडीए निदेशक ने सोमवार को फिर उसे बुलाया है, ताकि एक दिन में तीन पद के लिए परीक्षा कैसे दे सकी, यह स्पष्ट हो सके। संगीता कुमारी शैक्षणिक प्रमाण पत्र व अन्य दस्तावेज की जांच जारी है। दूसरी ओर, शिकायतकर्ता ने आरोप के अनुसार सभी तरह का कागजात जांच टीम को मुहैया करा दिये हैं। सिविल सर्जन से एक बार फिर प्रतिवेदन मांगा गया है। नई नियुक्ति में सिर्फ 16 की पोस्टिंग हुई है, क्योंकि एक कर्मचारी का दो पद पर चयन होने के कारण एक पद पर नियुक्ति हुई जबकि एक अभ्यर्थी ने योगदान नहीं दिया था। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी प्रभारी सिविल सर्जन ने नियुक्ति की फाइल मंगायी थी। उन्होंने दो कर्मियों की नियुक्ति में गड़बड़ी की आशंका जताई थी। नियुक्ति मामले की पहले समीक्षा कराने और फिर विभागीय जांच का आश्वासन दिया था। मामले में एक महिला कर्मचारी की सदर अस्पताल में पोस्टिंग के लिए स्वास्थ्य मंत्री के फर्जी पत्र का इस्तेमाल किया गया था। सूचना के अनुसार अनुबंध पर नियुक्त सभी 16 कर्मचारी जिला स्वास्थ्य विभाग में कहीं न कहीं पहले से काम कर रहे थे।