
झारखंड के गिरिडीह में सांप के काटने से मृत बच्चे के साथ एक महिला को दो रात कमरे में बंधक रखा गया ताकि वह उसे जिंदा कर दे। मृतक के परिजनों का आरोप है कि उक्त महिला ने ही जादू से सांप भेजकर उसके बेटे की जान ले ली है। शनिवार को डायन बिसाही का आरोप लगाकर महिला और उसके पति के साथ मारपीट की गई और दोबारा उसे घंटों एक कमरे में बंद रखा गया। सूचना मिलने के बाद बेंगाबाद पुलिस मौके पर पहुंची और दंपति को मुक्त कराया। मामला लुप्पी पंचायत के धोबनी गांव का है।
भुक्तभोगी दंपति ने बेंगाबाद थाना में पुलिस को बताया कि गांव के ही बुंदो बास्के के दस वर्षीय पुत्र विमल बास्के को तीन दिन सांप ने काट लिया था, इससे उसकी मौत हो गई। बुंदो बास्के ने आरोप लगाया कि तंत्र विद्या से उसने सांप भेजकर बेटे की जान ले ली है। इसके बाद बुंदो बास्के और उसके घरवालों ने मृत बच्चे के साथ महिला को 9 जुलाई की रात एक कमरे में बंद कर दिया। परिजनों ने बच्चे को जिंदा करने का दबाव महिला पर बनाया।
दूसरे दिन जब बच्चे जिंदा नहीं हुआ तो बुंदो बास्के व उनके घरवाले मृत बच्चे और महिला को बिहार के सिमुलतल्ला में तेल पत्ता (देवकुली) ले जाकर दिखाया। ओझा-गुणी ने भी बच्चे की मौत के पीछे महिला का हाथ बताया। इसके बाद सभी लोग घर लौट गए और 10 जुलाई की रात भी उसे मृत बच्चे के साथ कमरे में बंद कर दिया।
दंपति ने बताया कि शनिवार सुबह मृत बच्चे के परिजनों ने उन दोनों के साथ मारपीट की और दोनों को एक कमरे मे बंधक बनाकर रख दिया। गांव के किसी व्यक्ति ने बेंगाबाद पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। शनिवार को मृत बच्चे का घरवालों ने अंतिम संस्कार कर दिया है।
गुरुवार रात मृत बच्चे के साथ महिला को कमरे में बंधक रखा गया था। डायन बिसाही के आरोप में महिला और उसके पति के साथ मारपीट कर बंधक बनाया गया था। दोनों को मुक्त करा लिया गया है। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।