
कोरोना जांच के लिए अब किसी तरह के चिकित्सक की पर्ची जरूरी नहीं है। कोई भी व्यक्ति जरूरत के अनुसार चिह्नित नमूना संग्रह केद्र (स्वाब कलेक्शन सेंटर) में अपना सैंपल देकर जांच करा सकता है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड के अभियान निदेशक डॉ शैलेश कुमार चौरसिया ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। डॉ चौरसिया ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन और आईसीएमआर के डीजी डॉ बलराम भार्गव ने सभी राज्यों से कोविड परीक्षण को सुगम बनाने और परीक्षण बढाने के लिए तत्काल कदम उठाने का अनुरोध किया है। जिसके तहत राज्य सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है।
रोकथाम के लिए टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट अहम
डॉ. चौरसिया ने कहा कि कोरोना वायरस का जल्दी पता लगाने और महामारी पर रोकथाम के लिए टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट (परीक्षण-निगरानी- उपचार) काफी अहम है। पूर्व में जांच के लिए सरकारी डॉक्टरों की लिखित पर्ची अनिवार्य किया गया था। जबकि आईसीएमआर ने कहा है कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में बढ़ते हुए केस लोड को देखते हुए टेस्ट में बेवजह देरी से बचना चाहिए। साथ ही आईसीएमआर के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए निजी चिकित्सकों सहित सभी सक्षम चिकित्सकों को कोरोना जांच की सलाह देनी चाहिए।