
राज्य के निजी स्कूल सरकार के निर्देशों का खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। लॉकडाउन में सिर्फ ट्यूशन फीस लेने के आदेश को दरकिनार करते हुए स्कूल प्रबंधन मनमानी कर रहे हैं। बस फीस छोड़ कर ट्यूशन फीस के साथ एनुअल चार्ज, डेवलपमेंट फीस, कंप्यूटर फीस, स्मार्ट क्लास, योगा फीस समेत अन्य शुल्क ऑनलाइन वसूल रहे हैं। अभिभावकों को फोन और मैसेज कर फीस जमा करने का भी दबाव दिया जा रहा है। जो दबाव में आ रहे हैं, वह बच्चों का स्कूल से नाम ना कटे और पढ़ाई में कोई बाधा ना हो इस पर सारे फीस जमा भी कर रहे हैं। राजधानी के डीपीएस, जेवीएम श्यामली, सुरेंद्रनाथ सेनेटरी स्कूल, कैराली स्कूल, संत जेवियर, बिशप स्कूल समेत राज्य भर के अधिकांश स्कूलों में ऑनलाइन फीस ही जमा लिए जा रहे हैं। इसमें किसी स्कूल में एप से फीस ली जाती है तो किसी स्कूल में वेबसाइट या बैंक के जरिए राशि जमा करनी होती है। अधिकांश स्कूलों के एप या वेबसाइट को संशोधित नहीं किया गया है जिसकी वजह से डेवलपमेंट फीस, एनुअल चार्ज समेत अन्य शुल्क ट्यूशन फीस के साथ लिए जा रहे हैं।
स्कूलों का तर्क :
जेवीएम श्यामली : हर साल अप्रैल महीने में डेवलपमेंट फीस एनुअल चार्ज लगता है। यह ट्यूशन फीस के साथ क्लब है। अभिभावक जमा करते हैं तो बाद में उसे एडजस्ट किया जाएगा। अगर अभिभावक नहीं दे पा रहे हैं तो वह मई से जुलाई तक का ट्यूशन फीस दे सकते हैं।
कैराली स्कूल : स्कूल की वेबसाइट बाहर की कंपनी ने बनाया है। इसे अपडेट करने का काम चल रहा है। फिलहाल पुराने शुल्क ही इसमें दिख रहे हैं। स्कूल की मैनेजिंग कमेटी ने राज्य सरकार के आदेश के अनुसार चलाने का निर्णय लिया है। जो अभिभावक सभी फीस जमा कर चुके हैं उनका बाद में एडजस्ट किया जाएगा।
अप्रैल में जोड़कर ली जा रही एनुअल फीस
जेवीएम श्यामली में अप्रैल महीना के ट्यूशन फीस के साथ एनुअल चार्ज वह डेवलपमेंट फीस भी ऑनलाइन ली जा रही है। वहीं, मई और जून के लिए सिर्फ ट्यूशन फीस ली जा रही है। जेवीएम श्यामली के आठवीं क्लास की बात करें तो अप्रैल के लिए छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन 15,400 रुपए देने पड़ रहे हैं, वहीं, मई-जून के लिए 2200-2200 रुपए ट्यूशन फीस देना पड़ रहा है। यही हाल सुरेंद्रनाथ सेनेटरी स्कूल का भी है। वहां भी ट्यूशन फीस के अलावा कंप्यूटर फीस स्मार्ट क्लास फीस योगा फीस एनुअल फीस और और पुपिल फंड लिए जा रहे हैं।
उपायुक्त से की है शिकायत : झारखंड अभिभावक संघ अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि निजी स्कूल अभी भी वेबसाइट के माध्यम से सभी तरह की फीस ले रहे हैं। निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ संघ ने रांची के उपायुक्त से शिकायत की है। साथ ही कहा गया है कि जो लोग ऑनलाइन क्लास के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं वह भी ट्यूशन फीस की मांग कर रहे हैं।