गिरिडीह में आवारा कुत्तों के झुंड ने ढाई साल के बच्चे को नोचकर मार डाला। बच्चे का शव उसरी नदी के किनारे परसाटांड़ श्मसान घाट के पास बुधवार सुबह बरामद किया गया। यह घटना पचंबा थाना क्षेत्र के पिंडाटांड़ गांव की है। ढाई वर्षीय पुत्र मिट्ठू कुमार की मौत से पिता सुरेंद्र प्रसाद वर्मा व परिजन सदमे में हैं।
जानकारी के अनुसार सुरेंद्र की पत्नी रोज घर से एक किलोमीटर दूर अपने खेत पर बेटे और बेटी के साथ जाती थी। दोनों बच्चे कभी-कभी मां से पहले घर लौट आते थे। मंगलवार शाम 5 बजे सुरेंद्र की पत्नी दोनों बच्चों को लेकर खेत पर गई थी। इसी बीच बेटे को शौच लगी। मां ने बेटी से कहा कि वो मिट्ठू को शौच कराने ले जाए और अपना काम करने लगी। शाम छह बजे दोनों बच्चों को खेत पर नहीं देखकर मां को लगा कि बच्चे घर चले गए होंगे। जब वह घर आई तो बेटी को ही देखा। बेटी ने बताया मिट्ठू खेत पर ही है, इसके बाद वे खेत पहुंचे तो वहां मिट्ठू नहीं मिला। कई कुआं व खेत के बगल स्थित नदी में भी उसकी तलाश की गई परंतु बच्चे का कोई पता नहीं चला। इसके बाद आशंकित घरवालों ने मंगलवार रात को ही पचंबा थाना को इसकी सूचना दी। सूचना पर रातभर पुलिस बच्चे का पता लगाती रही।
बुधवार सुबह परसाटांड़ में मछुआरे नदी में जाल से मछली पकड़ रहे थे तो बच्चे का शव उसमें आ गया। इसके बाद क्षेत्र में कोहराम मच गया। लोगों ने बच्चे के परिजनों को खबर दी। इसके बाद परिजन पहुंचे और मिट्ठू के रूप में शव की पहचान की। बच्चे के शव को कई जगह नोचा गया था जिससे लग रहा था कि बच्चे को किसी जानवर ने अपना शिकार बनाया है। स्थानीय लोगों ने बताया इस क्षेत्र में कुत्तों का आतंक छाया हुआ है। हर रोज आवारा कुत्ते किसी गाय भेड़ बकरी का शिकार करते रहते हैं। बच्चे के पिता सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि उसके बच्चे को आवारा कुत्तों ने ही मार दिया है।
कुत्तों ने ही बच्चे की जान ली: पचम्बा थाना प्रभारी शर्मानन्द सिंह ने बताया कि मंगलवार रात नौ बजे बच्चे के गायब होने की खबर मिली। इसके बाद से लगातार बच्चे की खोज की जा रही थी। इसी बीच बुधवार सुबह बच्चे का शव परसाटांड़ नदी में मिला। बच्चे के शव को नोचा गया था। स्थानीय लोगों ने इसे कुत्तों द्वारा नोचने की बात कही है। प्रथम दृष्टया भी यही प्रतीत हो रहा है कि कुत्तों ने बच्चे की जान ली है। मृतक के पिता का भी यही कहना है।