पटना । बिहार में हज यात्रा 2020 को लेकर संशय खत्म हो गया है। राज्य हज कमेटी के कार्यपालक पदाधिकारी राशिद हुसैन ने मंगलवार को साफ कर दिया कि इस वर्ष बिहार से हज यात्री नहीं जाएंगे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को भी 208 नए मरीज मिले। हालांकि, 228 मरीज ठीक भी हुए हैं।
इधर, कार्यपालक पदाधिकारी राशिद हुसैन ने बताया कि हज यात्रा में महज 15 दिन शेष बचे हैं। लॉकडाउन हो जाने के कारण यात्रा पर जाने वालों से पूरी रकम भी नहीं ली गई थी और ना ही कोई तैयारी हो सकी है। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब से इस बाबत कोई आदेश भी नहीं आया है।
हालांकि उन्होंने बताया कि हज सऊदी अरब में होगा, मगर बिहार से इस बार हज यात्री नहीं जाएंगे। इस वर्ष राज्य से कुल 4859 लोगों ने हज यात्रा पर जाने का आवेदन दिया था, लेकिन यात्रा नहीं होने की वजह से कई लोग अपना आवेदन रद्द करने के लिए ऑनलाइन अर्जी दे रहे हैं। कुल 140 लोगों ने अब तक अपना आवेदन रद्द कराया है। राज्य हज कमेटी सभी का पैसा वापस कर रही है। ऐसा दिशा-निर्देश केंद्रीय हज कमेटी की ओर से भी आ चुका है।
गौरतलब है कि बिहार में 30 जून तक लॉकडाउन 5 लगा हुआ है। हालांकि लॉकडाउन 5 में ढेर सारी रियायतें दी गई हैं। शर्त के साथ मंदिरों में पूजा-अर्चना और मस्जिदों में इबादत शुरू हो गई है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है। वहीं मंदिर-मस्जिद के अलावा बिहार के तमाम धार्मिक स्थलों को खोल दिया गया है। हालांकि, कुछ धार्मिक सथलों पर पहले की तरह भीड़ नहीं लग रही है। लोग केवल दर्शन कर आ रहे हैं। वहीं कोरोना को देखते हुए इस बार हज यात्रा रद्द कर दी गई है।