Home विदेश डोनाल्‍ड ट्रंप बोले- महात्मा गांधी की प्रतिमा को विकृत करना ‘अपमानजनक’

डोनाल्‍ड ट्रंप बोले- महात्मा गांधी की प्रतिमा को विकृत करना ‘अपमानजनक’

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वाशिंगटन । अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड की मृत्‍यु के बाद हुए हिंसक प्रदर्शनों में काफी कुछ ऐसा हुआ, जिसकी किसी ने कल्‍पना भी नहीं की थी। इन्‍हीं में से एक था महात्‍मा गांधी की प्रतिमा को विकृत करना। अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने इस पर खेद प्रकट किया है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि महात्मा गांधी की प्रतिमा को विकृत किया जाना अपमानजनक है।

दरअसल, अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड के पुलिस हिरासत में मारे जाने के बाद देशभर में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान महात्मा गांधी की प्रतिमा पर स्प्रे डाला गया और उसे नुकसान पहुंचाया गया था। पुलिस में इस घटना की शिकायत भी भारत की ओर से दर्ज कराई गई है। भारतीय दूतावास के सामने वाली सड़क पर गांधी जी की प्रतिमा लगी हुई है, जिसमें दो और तीन जून की दरम्यानी रात में तोड़फोड़ की गई। भारतीय दूतावास ने कानून लागू करने वाली स्थानीय एजेंसियों के समक्ष इसकी शिकायत दर्ज कराई है।

महात्‍मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाए जाने की घटना के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा, ‘यह अपमानजनक है।’ बता दें कि भारतीय दूतावास ने मामले की शीघ्र जांच के लिए इसे विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया है। साथ ही मेट्रोपॉलिटन पुलिस और नेशनल पार्क सर्विस को भी इसकी जानकारी दी है।

भारतीय दूतावास अमेरिकी विदेश मंत्रालय, मेट्रोपॉलिटन पुलिस और नेशनल पार्क सर्विस के साथ मिल कर प्रतिमा को ठीक करने के काम में लगा है। इससे पहले अमेरिकी सांसदों और ट्रंप के प्रचार अभियान ने प्रतिमा को विकृत किए जाने की घटना की निंदा की थी। प्रेजीटेंड इंक के लिए डोनाल्ड जे ट्रंप के सलाहकार और ट्रंप विक्टरी फाइनेंस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष किंमबर्ले गुइल्फोइले ने ट्वीट किया- ‘बेहद निराशाजनक’।वहीं, उत्तरी कैरोलाइना से सांसद टॉम टिलिस ने कहा,’महात्मा गांधी की प्रतिमा को विकृत देखना बेहद अपमानजनक है।’

भारत के लिए अमेरिकी राजदूत केन जस्टर ने घटना के लिए माफी मांगी है। उन्होंने पिछले सप्ताह ट्वीट कर कहा था- वाशिंगटन डीसी में गांधी की प्रतिमा को विकृत किए जाने से दुखी हूं। कृपया हमारी माफी स्वीकार करें।

गौरतलब है कि अमेरिका में 25 मई को अश्वेत व्यक्ति जार्ज फ्लॉयड की मौत ने पुलिस की बर्बरता, नस्लवाद और सामाजिक अन्याय के खिलाफ दुनिया भर में आंदोलन छेड़ दिया। वायरल हुए एक वीडियो में में एक सफेद पुलिस अधिकारी, डेरेक चाउविन दिखा रहा है, बाद में गिरफ्तार होने के बाद फ्लॉयड की गर्दन पर घुटना टेक दिया गया था, जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका के अलावा, ग्रीस, इटली यूनाइटेड किंगडम, डेनमार्क, जर्मनी, फ्रांस, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और अन्य देशों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। हालांकि, अब अमेरिका में शांति बहाल हो गई है। पिछले दिनों राज्‍यों से कर्फ्यू भी हटा लिया गया है।

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