मुजफ्फरपुर । कोविड-19 से बचाव के लिए पूरी दुनिया के वैज्ञानिक और डॉक्टर प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में भारत सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर कार्यालय की ओर से ड्रग डिस्कवरी हैकथॉन का आयोजन किया गया है। यह खुला मंच विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को दिया गया है। इसमें काेविड से संबंधित दवा के बारे में रिसर्च कर उसका माॅडल और प्रोजेक्ट तैयार करना है। इस प्रोजेक्ट को मॉलीकुल जेनरेशन और री-प्रपोजिंग के लिए ट्रैक वन पर देखा जाएगा।
यहां फिट बैठने के बाद इसपर सीएसआइआर लैब्स, स्टार्ट अप और अन्य इच्छुक आर्गनाइजेशन को इसपर काम करने का मौका दिया जाएगा। आइडिया चयनित होने के बाद विद्यार्थी या शोधार्थी को पुरस्कार के साथ ही प्रमाण पत्र भी मिलेगा। इंनीजियरिंग और मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों के पास अपनी प्रतिभा को निखारने का पूरा अवसर है। बता दें कि एमआईटी के फॉर्मेसी विभाग के विद्यार्थियों ने मिलकर कोविड-19 की दवा के लिए एक मॉडल तैयार किया था। टीम इस दिशा में लगातार कार्य भी कर रही है। हालांकि, अत्याधुनिक लैब नहीं होने के कारण टेस्टिंग में परेशानी हो रही है।