Home योग और स्वास्थ्य कोरोना के डर में नींद न खोना, रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद है जरूरी

कोरोना के डर में नींद न खोना, रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद है जरूरी

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नई दिल्ली । दुनियाभर के देश कोरोना वायरस के संक्रमण से परेशान है। ऐसे में कहीं लोगों की नौकरियां जा रही हैं तो कहीं कारोबार में नुकसान हो रहा है। कोई मकान मालिक किराया न मिलने से परेशान है तो कोई लॉकडाउन में दूसरे राज्य और देश में फंसे अपने परिवार के सदस्य के दूर होने से। इस दौरान इस तरह के तमाम कारणों से लोगों की नींद हराम है। चैन से सोना तो जैसे लोग भूल ही गए हो, इस वजह से तमाम तरह की बीमारियां भी फैल रही हैं और लोग परेशान हो रहे हैं।  

विशेषज्ञ बार-बार यह कहते हैं कि कोरोना संकट के इस दौर में इम्युनिटी मजबूत रखने के लिए भी रोजाना सात-आठ घंटे की नींद जरूरी है, पर अक्सर मानसिक परेशानियों के आगे लाचार महसूस करने के कारण हमें नींद नहीं आती। जिसका सीधा असर हमारी पारिवारिक जिंदगी और कार्यक्षमता पर पड़ता है। यदि आपके साथ भी नींद आने की समस्या है तो कुछ उपायों पर आज से ही अमल सुनिश्चित करें:-

– सबसे पहले तो स्लीप पैटर्न सेट करना जरूरी है।

– रोजाना सोने के लिए बिस्तर पर जाने व सुबह उठने का एक समय निर्धारित करें। अगर अपरिहार्य वजहों से किसी दिन आपको सोने में देर हो जाती है तो भी सुबह उठने में लेट न करें।

– धीरे-धीरे आपका शरीर इस शेड्यूल का अभ्यस्त हो जाएगा। निर्धारित समय तक नींद आने लगेगी व सुबह निश्चित समय पर स्वत: ही नींद खुल जाएगी।

– सोने के समय से 20 मिनट पहले ही लाइट्स ऑफ करने से स्लीप पैटर्न सेट करने में मदद मिलेगी।

– मोबाइल, टीवी, लैपटॉप और अन्य गैजेट्स का इस्तेमाल दिमाग को सक्रिय रखता है। इसलिए सोने के नियत समय से कुछ देर पहले इन्हें खुद से दूर कर दें।

– रोजाना सुबह उठने के बाद खुली हवा में थोड़ी देर वॉक करें। उगते सूरज की किरणें जब शरीर पर पड़ती हैं तो आलस्य दूर भागता है और हमें विटामिन डी की जरूरी खुराक भी मिल जाती है।

– नियमित रूप से सुबह प्राणायाम और योगासन करना भी तनाव और अनिद्रा को दूर करने के लिहाज से फायदेमंद रहता है।

– भले ही किसी दिन आपको पूरी फुरसत हो, पर देर तक सोकर अपना स्लीप पैटर्न प्रभावित न होने दें।

– कई बार लोगों की शिकायत होती है कि जल्दी नींद नहींआती तो इसका भी उपाय है। रोजाना जिस समय सोने जाती हैं, उससे 15 मिनट पहले ही सोने की कोशिश करें। जब उसकी आदत पड़ जाए तो बेड पर जाने का समय पुन: 15 मिनट घटाएं और अगली कुछ रातों तक वैसा ही शेड्यूल फॉलो करें। यह क्रम तब तक जारी रखें, जब तक कि आप अपने आइडियल बेड टाइम पर सोने की आदत न डाल लें। 

– लैवेंडर ऑयल की खुश्बू से अच्छी नींद आती है, इसकी तस्दीक विभिन्न शोध अध्ययनों ने की है। लैवेंडर ऑयल को सीधे त्वचा पर लगा सकती हैं।

– सोने के लिए बेड पर जाने से पहले उसकी कुछ बूंदें कॉटन में लेकर माथे पर लगाएं। इसके अलावा अरोमा डिफ्यूजर में लैवेंडर ऑयल की कुछ बूंदें डालकर सारी रात उसकी खुश्बू के बीच तनाव मुक्त नींद ले सकती हैं। यदि अरोमा डिफ्यूजर न हो तो अपने तकिए पर भी लैवेंडर ऑयल की कुछ बूंदें परफ्यूम की भांति लगाएं।

कोरोना के तनाव से महफूज रहेगी नींद

कोरोना की वजह से न सिर्फ हमारे सामने शारीरिक स्वास्थ्य को बरकरार रखने की चुनौती है, बल्कि इसने मानसिक तनाव को भी जन्म दिया है। नौकरी, रोजगार जाने का भय और अन्य आर्थिक परेशानियों के ख्याल ने अनिद्रा या नींद न आने की समस्या उत्पन्न की है।

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