बेरमो अनुमंडल के मुंगो रंगामाटी पंचायत की कोठी गांव निवासी खोरठा गायक दिलीप कुमार महतो क्वारंटाइन रहने के कारण मां भुखली देवी का अंतिम दर्शन नहीं कर सकें। मां की तबीयत खराब होने की सूचना पर वह मुंबई से बाइक से गांव आए थे। लेकिन मां की मौत से कुछ दिन पहले ही उन्हें क्ववारंटाइन कर लिया गया। उनकी अनुपस्थिति में उनके अन्य भाइयों व बहनों ने मां की अर्थी को कांधा दिया। इस दौरान लोग काफी भावुक हो गए थे। बेटियां आईं सामने: मुंगो रंगामाटी पंचायत की कोठी गांव निवासी भुखली देवी का निधन बीमार रहने के कारण बुधवार को हो गया। चार बेटियां व दो बेटे के अलावा भरा-पूरा परिवार पीछे था। खोरठा गायक दिलीप के गांव में ही क्वारंटाइन सेंटर में रहने के कारण अन्य चार बेटियों व एक पारा शिक्षक बेटे रीतलाल महतो ने मां की अर्थी को कांधा दिया। परिवार के लोगों को मां की मौत के साथ-साथ बेटे के अंतिम दर्शन नहीं करने का दुख था।
मां से मिलने मुंबई से बाइक से आया था खोरठा गायक : खोरठा गायक बनने के बाद दिलीप मुम्बई में संघर्ष कर रहे हैं। इसी बीच मां की तबीयत खराब होने की जानकारी मिलने पर लॉकडाउन में फंसे होने के कारण बाइक से ही वहां से गांव आ गये। परंतु जिस मां को वह देखने आया था, उसे वह मौत के बाद भी नहीं देख सका। गांव में आने के बाद उसे चिकित्सा पदाधिकारियों की ओर से क्वारंटाइन कर लिया गया था।