बक्सर । फरीदाबाद से चलकर बक्सर पहुंचे एक प्रवासी श्रमिक की गुरुवार की सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई है। पिछले 16 मई को दिल्ली से पैदल आने के बाद उसे इटाढ़ी के वसुधर क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती कराया गया था। दो दिन पूर्व डिहाइड्रेशन की शिकायत पर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार इटाढ़ी के वसुधर गांव निवासी बीरेंद्र यादव दिल्ली के फरीदाबाद में किसी पेंट निर्माण फैक्ट्री में काम करते थे। लॉकडाउन के बाद अपने कुछ साथियों के साथ पैदल ही फरीदाबाद से निकल पड़े थे। रास्ते में जो भी साधन मिलता गया उसकी सहायता लेते हुए 16 मई को पैदल बक्सर पहुंचे थे। यहां आने के बाद जांच में कोरोना संबंधी कोई लक्षण नहीं मिलने के बावजूद उनके गांव स्थित वसुधर क्वारंटाइन सेंटर पर 16 मई को 14 दिनों तक क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया था।
डिहाइड्रेशन की शिकायत पर दी गई थी दवा
सेंटर पर मौजूद बीडीसी ने बताया कि इस बीच मृतक प्रवासी में कोई भी प्रतिकूल लक्षण नहीं पाए गए थे और बिल्कुल सामान्य था। इसी बीच अचानक डिहाइड्रेशन की शिकायत पर पहले तो सेंटर पर दवा दी गई पर, स्थिति को गम्भीर होते देख 25 मई को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान प्रवासी की मौत हो गई।
जांच के लिए भेजी गई रिपोर्ट
इधर, स्वजनों की मानें तो फरीदाबाद में ही उन्हें सिर दर्द, खांसी तथा सर्दी-जुकाम की समस्या थी, बावजूद वे पैदल ही निकल पड़े थे। यहां सेंटर पर समस्या बढऩे लगी तो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्रवासी की मौत के बाद चिकित्सकों ने स्वाब का नमूना लेकर जांच के लिए पटना भेजा है। इसकी पुष्टि करते हुए सिविल सर्जन डॉ.जितेन्द्र नाथ ने बताया कि श्रमिक गाजियाबाद से आए थे, इसलिए एहतियात के तौर पर उनका कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है। टेस्ट में निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया जाएगा।