बिहार बोर्ड साल 2020 की 10वीं (मैट्रिक) की परीक्षा का रिजल्ट जारी करने जा रहा है। इसके साथ ही लोगों की नजरें जमुई स्थित सिमुलतला आवासीय विद्यालय पर टिक गई हैं। लगातार कई सालों से टॉपर्स देते रहने के कारण इसे टॉपर्स की फैक्ट्री भी कहा जाता है। सवाल यह है कि क्या इस साल के टॉपर्स भी सिमुलतला से ही निकलेंगे?
2010 से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे रहा विद्यालय
विदित हो कि साल 2000 में बिहार के विभाजन के बाद नेतरहाट आवासीय विद्यालय (रांची) तथा इंदिरा गांधी आवासीय विद्यालय (हजारीबाग) झारखंड में चले गए। तब बिहार में भी वैसी उच्च शिक्षा गुणवत्ता वाले विद्यालय की जरूरत महसूस की गई। साल 2010 के नौ अगस्त को सिमुलतला आवासीय विद्यालय का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। गुरुकुल पद्धति पर आधारित सह शिक्षा वाला यह पूर्णत: अावासीय विद्यालय अपने स्थापना काल से ही उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के लिए जाना जाता है। इसके विद्यार्थी बिहार बोर्ड की परीक्षाओं में तो टॉप करते ही रहे हैं, उन्होंने अन्य क्षेत्रों में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
साल 2019 में दिए टॉप 10 के 18 में 16 टॉपर
बीते साल की बात करेंं तो साल 2019 के 10वीं के रिजल्ट में टॉप 10 की सूची में शामिल 18 में 16 विद्यार्थी सिमुलतला के ही थे। कुल 486 अंकों (97.2 फीसद) के साथ पहले स्थान पर सावन राज भारती रहे। 483 अंकों (96.6 फीसद) के साथ रोबिन राज सेकेंड टॉपर बने थे। तीसरे टॉपर प्रियांशु राज को 481 अंक (96.2 फीसद) मिले थे। चौथे टॉपर के रूप में सिमुलतला के ही विद्यार्थी आदर्श रंजन, आदित्य राय और प्रवीण प्रखर रहे। तीनों को 480 (96 फीसद) अंक मिले थे।
2018 में भी टॉपर देने में रहा था पहला स्थान
सिमुलतला को टॉपर देने की यह प्रतिष्ठा साल 2019 में पहली बार नहीं मिली थी। यह विद्यालय पहले भी टॉपर्स देता रहा है। साल 2018 के 10वीं के रिजल्ट में भी टॉप 10 में शामिल 23 विद्यार्थियों में सर्वाधिक 16 सिमुलतला के थे।
साल 2020 में क्या होगा, सबों की टिकी नजर
दरअसल, सिमुलतला बीते कई सालों से टॉपर्स देने का रिकॉर्ड बनाता अपने आ रहा है। सूत्रों की मानें तो इस साल भी विद्यालय के करीब दो दर्जन परीक्षार्थी टॉपर्स लिस्ट में स्थान बना सकते हैं। ऐसे में अब देखना यह है कि बिहार का यह प्रतिष्ठित स्कूल अपनी साख बरकरार रखने में कहां तक सफल रहता है।