बरेली । भले ही जिले में कुछ दिन की राहत के बाद एक बार फिर कोरोना संक्रमण के केस बढ़े है। पर सकारात्मक पहलू यह है कि बाहर से प्रवासियों की भीड़ आने वाले प्रवासी अपनी – और अपनों की सुरक्षा को लेकर सतर्क है। इसकी बानगी मिलती है 300 बेड के फ्लू कॉर्नर में जहां हर रोज करीब ढाई सौ प्रवासी खुद ही अपनी जांच कराने पहुंच रहे हैं। संक्रमण की जद में फंसे महाराष्ट्र, राजस्थान और दिल्ली से आए प्रवासियों को सिर्फ इतना जानना होता है। कि कहीं वे संक्रमित तो नहीं। इससे पहले भी जिले में पॉजिटिव मिली चार युवकों ने खुद ही सरकारी अस्पतालों में जाकर अपनी जांच कराई थी।
पहले कार से बरेली फिर सामान के साथ सीधे अस्पताल : कोरोना संक्रमण की जद में आया बिहारीपुर का युवक कार से बरेली पहुंचा था। घर न जाकर वह सीधे जिला अस्पताल पहुंचा और अपने सैंपल दिए थे। उसको 300 बेड अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया था।
सीएचसी पहुंचकर खुद बताया कि हम महाराष्ट्र से आए हैं : मीरगंज और सिरौली में मिलें दोनों मौसेरे भाइयों ने भी सीएचसी से संपर्क किया था। उन्हें एंबुलेंस से 300 बेड अस्पताल भेजकर वहां क्वारंटाइन किया गया। पॉजिटिव आने पर एल-1 अस्पताल में आइसोलेट किया गया है।
जयपुर से लौटे परिवार भी पहुंचे 300 बेड के अस्पताल : राजस्थान के जयपुर से बरेली लौटे दो परिवारों के सदस्य खुद ही 300 बैड अस्पताल पहुंचे थे। उनकी ट्रैवल हिस्ट्री लेने के बाद पूल टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। परिवार इज्जतनगर और भुता के है।
प्रतिदिन 250-300 प्रवासी हमारे पास आते है। स्क्रीनिंग कराने के बाद गंभीर लगने पर सैंपल आइवीआरआइ भेज संक्रमण की जांच के लिए पहुंच रहे हैं। हालांकि इतनी भीड जुट रही हम अपनी पूरी क्षमता से उनकी जांच है। कि कभी-कभी शारीरिक दूरी पालन नहीं हो पा रहा है।– डॉ. अजमेर सिंह, पलू कॉर्नर, 300 बेड अस्पताल
स्वास्थ्य विभाग घर-घर सर्वे कर रहा है। लेकिन यह बहुत की बात है कि प्रवासी खुद ही संक्रमण की जांच के लिए पहुंच रहे हैं। हम अपनी पूरी क्षमता से उनकी जांच कर रहे हैं। – डॉ. रजन गौतम, नोडल अधिकारी कोरोना संक्रमण