नई दिल्ली । वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने दो टूक कहा है कि जब कभी भी जरूरत पड़ी तो वायु सेना गुलाम कश्मीर में आतंकवादियों के ठिकानों पर कार्रवाई करने के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा है कि भारत में आतंकी हमला होता है तो पाकिस्तान को इसकी चिंता करनी चाहिए और अगर वह इस चिंता से मुक्त होना चाहता है तो उसे उसे भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करना चाहिए।
समाचार एजेंसी एएनआइ के साथ विशेष बातचीत में यह पूछे जाने पर कि क्या वायु सेना नियंत्रण रेखा के पार आतंकियों के ठिकानों या लांच पैड पर कार्रवाई करने के लिए तैयार है, भदौरिया ने कहा, ‘अगर हालात पैदा हुए तो निश्चित रूप से वायुसेना हर वक्त इसके लिए तैयार है।’ पिछले साल पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के बाद वायु सेना ने पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वा प्रांत के बालाकोट में जैश ए मुहम्मद के आतंकी कैंप पर हमला किया था, जिसमें कई आतंकी मारे गए थे।
एयरफोर्स चीफ ने कहा- पाक को डर लगना ही चाहिए
एयरफोर्स चीफ ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि जब भी हमारी धरती पर कोई आतंकी हमला होता है, उन्हें (पाकिस्तान) चिंता होनी चाहिए। उन्हें अगर इस टेंशन से मुक्ति पानी है तो भारत में आतंक फैलाना बंद करना होगा। क्या भारत फिर से पीओके में किसी एयर स्ट्राइक करने को तैयार है? इस सवाल पर भदौरिया ने कहा, “अगर हालात की यही मांग होती है तो बिल्कुल, भारतीय वायुसेना चौबीसों घंटे तैयार है।
भदौरिया ने कहा कि वायु सेना अगले कुछ महीनों में 47 हजार करोड़ रुपये के हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) खरीदेगी। वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने सोमवार को कहा कि इनमें से आठ हजार करोड़ रुपये के एलसीए के दूसरे स्क्वाड्रन को इस महीने के अंत तक चालू भी कर दिया जाएगा। ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत रक्षा क्षेत्र के लिए यह एक बड़ा कदम होगा। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि अगले कुछ महीनों में 39 हजार करोड़ रुपये के 83 हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) मार्क1ए विमानों के सौदे को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। इसके लिए बातचीत लगभग पूरी हो गई है और जल्द ही सौदे पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है।
एक या दो महीने में मंत्रालय इस सौदे को पूरा कर लेगा।भदौरिया ने कहा, ‘पहला स्क्वाड्रन संचालन में आ गया है। हमें दूसरे स्कवाड्रन को भी अप्रैल में संचालित करना था, लेकिन कोविड-19 के कारण में इसमें विलंब हो गया। एचएएल (¨हदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) में कुछ काम बंद हो गए थे, जो अब शुरू हो गए हैं। आशा करते हैं इस महीने के अंत तक एलसीए के दूसरे स्क्वाड्रन को संचालित कर देंगे।’
रक्षा क्षेत्र में एफडीआइ में वृद्धि से एमएसएमई को लाभ
रक्षा क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को 49 फीसद से बढ़ाकर 74 फीसद करने पर भदौरिया ने कहा कि इससे मेक इन इंडिया की पहल को बहुत फायदा होगा। इससे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग को मदद मिलेगी।
450 लड़ाकू विमान हासिल करेगी वायु सेना
भदौरिया ने कहा कि भविष्य में वायु सेना 450 लड़ाकू विमान हासिल करेगी। इन्हें देश की उत्तरी और पश्चिमी सीमा पर तैनात किया जाएगा। इन विमानों में 36 राफेल, 114 बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान, 100 एडवांस मीडियम लड़ाकू विमान और 200 से ज्यादा एलसीए शामिल हैं।
नौसेना के विमान भी वायु सेना के बेड़े में हो सकते हैं शामिल
उन्होंने कहा कि मिग-29के जैसे नौ सेना के विमान भी जब युद्धपोत पर नहीं होंगे तो वायु सेना के बेड़े में शामिल हो सकते हैं। इसकी प्रक्रिया चल रही है।
हवाई सीमा उल्लंघन पर भी नजर
लद्दाख में चीन की ओर से हवाई सीमा के उल्लंघन की घटना पर भदौरिया ने कहा कि वहां असामान्य गतिविधियां हुई थीं। ऐसी घटनाओं पर हम नजर रखते हैं और जरूरी कार्रवाई भी करते हैं। ऐसे मामलों में ज्यादा चिंता की जरूरत नहीं। नौ मई को नॉर्थ सिक्किम के नाकू ला सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। उसी दौरान लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास चीन की सेना के हेलिकॉप्टर देखे गए थे। इसके बाद भारतीय वायुसेना ने भी सुखोई समेत दूसरे लड़ाकू विमानों से पैट्रोलिंग शुरू कर दी।