पटना । लॉकडाउन के दौरान बिहार आने को इच्छुक प्रवासी श्रमिकों के लिए यह बड़ी खबर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार के बाहर के राज्यों से जो भी प्रवासी श्रमिक घर आना चाहते हैैं, उन सभी को लाया जाएगा। प्रवासी श्रमिक परेशान नहीं हों। धैर्य रखें व सुरक्षित रहें। सरकार पूरी क्षमता से उन्हें जल्द से जल्द बिहार लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।
प्रवासियों को लौटने की तारीख पहले से मालूम रहे
इसके पहले रविवार को मुख्यमंत्री ने कोराना को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार को यह निर्देश दिया कि प्रवासी श्रमिकों की वापसी को लेकर रेल मंत्रालय को पत्र लिखा जाए। प्रवासियों को लाए जाने को ले ट्रेन बुकिंग की प्रक्रिया को सहज की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय ऐसा प्रोटोकॉल बनाए कि बिहार आने को इच्छुक प्रवासी श्रमिकाें को उनके प्रस्थान की तिथि अग्रिम रूप से मालूम हो सके। इससे उनके मन में निश्चिंतता का भाव पैदा होगा। इससे प्रवासी श्रमिकों के मन में घर लौटने की बेचैनी अथवा किसी भी प्रकार की आशंका या आक्रोश को रोकने में मदद मिलेगी।
प्रवासी श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाएं
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि रोजगार के अवसर बढ़ाए जाने को ले सभी विभाग काम करें। इससे प्रवासी श्रमिकों के लिए अधिक से अधिक रोजगार सृजित किए जा सकेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर इसका सघन अनुश्रवण किया जाए।
राशन कार्ड बनाने के काम में तेजी लाएं
राशन कार्ड की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी गरीब परिवारों के लिए नए राशन कार्ड बनाए जाने के काम में तेजी लायी जाए। उन्होंने कहा कि नया राशन कार्ड बनाए जाने को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जीविका एवं शहरी क्षेत्रों में एनयूएलएम द्वारा सर्वे में चिह्नित लोगों के बीच एक हजार रुपये वितरित किए जाने के काम में तेजी लायी जानी चाहिए। राशन वितरण में अनियमितता की शिकायतों के प्रति गंभीर रहें और तुरंत ऐसे मामलों की जांच करायी जाए। दोषी लोगों पर कार्रवाई हो।
कोरोना की गंभीरता समझें, धैर्य बनाए रखें लोग
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा लोगों को राहत पहुंचायी जा रही है उसका डाटाबेस सुव्यवस्थित रूप से रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की गंभीरता को समझना होगा। लोग धैर्य बनाए रखें।