पटना । पिछले साल चक्रवाती तूफान फेनी का प्रभाव बिहार में भी दिखा था और इस तूफान के प्रभाव से बिहार में भी जबरदस्त बारिश हुई थी। अब इस साल भी चक्रवाती तूफान अम्फान या अम-पुन भी बिहार को परेशान कर सकता है। यह तूफान दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से उठा है और इसके ओड़िशा के पारादीप, पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के खेपूपारा में टकराने की उम्मीद है। इन तीनों समुद्री तटवर्ती क्षेत्रों में इस चक्रवाती तूफान के टकराने से बिहार का भी प्रभावित होना निश्चित है। हालांकि, मौसम विज्ञानी अभी इस तूफान के हिस्टोरिकल पाथ का पता लगा रहे हैं, ताकि जिन जगहों को यह प्रभावित करेगा उन जगहों के लिए अलर्ट जारी किया जा सके।
फिलहाल आइएमडी, पटना के मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस चक्रवाती तूफान अम्फान का उत्तर-पूर्व बिहार में असर ज्यादा पड़ेगा, हालांकि, इस संबंध में अभी कोई गंभीर अलर्ट जारी नहीं किया गया है। मौसम विज्ञानी सोमवार को तय करेंगे कि अगले 72 घंटे में कहां-कहां इस चक्रवात से बारिश होगी। बता दें कि इसके साथ ही इधर पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो रहा है। फिलहाल सोमवार के बाद बिहार पर मौसमी परिवर्तन का खतरा मंडरा सकता है।
आज सुबह से ही पटना के मौसम में परिवर्तन देखा जा रहा है। आज सुबह धूल भरी आंधी चली और उसके बाद धूप तो निकली है लेकिन बादल भी मंडरा रहे हैं। हवा भी चल रही है। हालांकि उमस से भी लोगों को परेशानी हो रही है। मौसम देखने से ही बदलाव साफ नजर आ रहा है।
रविवार की बात करें तो पटना में अधिकतम तापमान ढाई डिग्री सेल्सियस बढ़ कर सामान्य के करीब 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस साल का अबतक का अधिकतम तापमान है। अप्रैल व मई में पटना में इस सीजन में पहली बार तापमान 40 डिग्री तक पहुंचा है। हवा की रफ्तार नहीं होने और तेज धूप के चलते यह तापमान बढ़ा है।
पटना की हवा में नमी की मात्रा सामान्य से 60% से काफी कम 18% रिकाॅर्ड की गयी। इसकी वजह से गर्मी ने लोगों को बैचेन कर दिय।. लॉकडाउन में दोपहर के समय खुली रहने वाली दुकानें भी बंद रहीं। रविवार को गया का तापमान प्रदेश में सबसे अधिक 41.3 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि, भागलपुर व पूर्णिया का तापमान सामान्य से कम 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा।