पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर चलाए जा रहे घर-घर स्क्रीनिंग के तहत अभी तक राज्य के दस करोड़ दस लाख लोगों का सर्वे कर लिया गया है। इनमें 3045 लोग ऐसे मिले हैं, जिनमें सर्दी, खांसी और बुखार के सामान्य लक्षण मिले हैं। इनके सैंपल की जांच करायी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि एक करोड़ 82 लाख घरों में स्क्रीनिंग हुई है। गौरतलब हो कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर पल्स-पोलियो की तर्ज पर घर-घर सर्वे का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया था।
प्रखंड स्तर पर 3232 क्वारंटाइन सेंटर बने : उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों के लिए प्रखंड स्तर पर अब तक 3232 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं, जहां 19 हजार 123 लोग रह रहे हैं। राज्य के विभिन्न शहरों में 186 आपदा राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं, जहां 65 हजार 758 जरूरतमंद लोग रह रहे हैं, जिन्हें भोजन और चिकित्सकीय सुविधाएं वहां दी जा रही हैं। फरवरी-मार्च में भारी बारिश से हुई फसल क्षति पर तीन लाख आठ हजार किसानों को 110 करोड़ का कृषि इनपुट अनुदान दे दिया गया है। शेष को 15 मई तक भुगतान कर दिया जाएगा। अप्रैल में हुए नुकसान पर किसानों को 30 मई तक अनुदान दे दिया जाएगा। एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने बताया कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले वाहन मालिकों से अब तक 13.71 करोड़ की वसूली की गई है।
रोजगार के सवा करोड़ कार्य दिवस का सृजन हुआ
लॉकडाउन के दौरान अधिक-से-अधिक लोगों को रोजगार मिले, इसको लेकर भी मुख्यमंत्री निरंतर पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे हैं। इसी क्रम मे मनरेगा, जल-जीवन-हरियाली, नल-जल, सड़क निर्माण आदि कार्यों को शुरू कराया गया है। लॉकडाउन के दौरान अब तक 12 विभागों के तीन लाख 44 हजार योजनाएं शुरू की गई हैं, जिसके तहत एक करोड़ 34 लाख कार्य दिवस का सृजन किया गया है। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।