मुजफ्फरपुर। लॉकडाउन के दौरान कॉलेज बंद होने की स्थिति में भी छात्रों की उपस्थिति मानी जाएगी। यूजीसी की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार करीब डेढ़ महीने से कोरोना महामारी के कारण बंद पड़े कॉलेजों के छात्रों की हाजिरी नहीं रोकी जाएगी। इस दौरान छात्र ऑनलाइन कक्षाएं करते रहेंगे। ये स्नातक व पीजी दोनों कोर्स के छात्र-छात्राओं के लिए मान्य होगा। छात्रों को शिक्षकों से ऑनलाइन माध्यम से संपर्क में रहना होगा।
यूजीसी की ओर से कोरोना के कारण बने हालात और छात्रों की पढ़ाई के नुकसान को कम करने व लॉकडाउन में पढ़ाई जारी रखने व परीक्षाएं कराने के विकल्पों के लिए बनाई गई कमेटी के ये सुझाव हैं। लॉकडाउन और लंबा चला तो शिक्षक छात्र की सक्रियता के आधार पर ही इंटरनल असेसमेंट भी देंगे। यूजीसी ने दिशा-निर्देशों में यह भी कहा गया है कि 25 फीसदी स्टडी ऑनलाइन ही होगी।
व्हाट्सएप व वीडियो-ऑडियो कॉफ्रेंसिंग से चल रही कक्षाएं
बीआरए बिहार विवि के कॉलेजों में ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। कॉलेज प्राचार्यों का कहना है कि शिक्षक हर दिन ऑनलाइन के माध्यम से क्लास ले रहे हैं। एलएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ओपी राय व आरडीएस कॉलेज सह रामेश्वर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि नियमित शिक्षकों के साथ नियुक्ति हुए अतिथि शिक्षक भी कक्षाएं ले रहे हैं। ये शिक्षक अपने-अपने कक्षाओं के छात्रों का व्हाट्सएप ग्रुप व वीडियो-ऑडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से कक्षाएं ले रहे हैं।