औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को बिजली परियोजना में सहयोग कर रही टीआरपी कंपनी में कार्य कर रहे दो मजदूर कोरोना पॉजिटिव मिले। इसके बाद पूरे इलाके में हड़कम्प मच गया। दोनों के गांव सील कर सैनिटाइज करने की प्रक्रिया तत्काल शुरू कर दी गई।
मुजफ्फरपुर व पूर्णिया के रहने वाले हैं दोनों मजदूर
मिली जानकारी के अनुसार एक मजदूर मुजफ्फरपुर का तो दूसरा मजदूर पूर्णिया का रहने वाला है। दोनों रघुनाथपुर में किराए के घर में रहते हैं। दोनों के साथ अब जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजो की संख्या 13 हो गई है।
दोनों की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं, सपर्कों की पड़ताल जारी
दोनों नए मरीजों की फिलहाल कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि वे औरंगाबाद में ही संक्रमित हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन उनके संपर्कों की पडताल में जुट गए हैं।
प्रशासन ने रघुनाथपुर को घोषित किया कंटेंटमेंट जोन
बीडीओ डॉ. ओम राजपूत ने बताया कि दो कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद रघुनाथपुर गांव को कंटेंटमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। साथ ही गांव के तीन किलोमीटर के एरिया को सील कर दिया गया है। कंटेंटमेंट जोन एरिया में ससना, नरारी कला, गोपी विगहा, रहरा खलौरा,ससना खलौरा आदि गांव आते हैं। बडे़म ओपी प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि दोनों कोरोना संक्रमित मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री खंगाली गई है। पड़ताल जारी है।
एनपीजीसी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप
इंटक के अध्यक्ष वरुण कुमार सिंह ने कहा कि पूर्व में ही एनपीजीसी प्रबंधन को वैश्विक महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस को लेकर सावधानी बरतने को कहा गया था। परियोजना प्रबंधन की लापरवाही के कारण ही परियोजना में कार्यरत मजदूर कोरोना से संक्रमित हुए हैं।