पटना। बिहार में नियोजित व माध्यमिक शिक्षकों की हड़ताल समाप्त हाे गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ माध्यमिक शिक्षक संघ की वार्ता के बाद हड़ताल को वापस लेने की घोषणा की गई। सोमवार को इसकी घोषणा बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदार पांडेय ने की। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री के साथ तीन मांगों पर मुख्य रूप से चर्चा हुई, जिसे सरकार की ओर से मान लिया गया है। इसके बाद संघ की ओर से हड़ताल वापस लेने की घोषणा की गई। बता दें कि शिक्षकों की यह हड़ताल फरवरी में शुरू हुई थी।
बताया जाता है कि सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हस्तक्षेप के बाद हड़ताल खत्म हो गई। मुख्यमंत्री के बुलावे पर माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदार पांडेय समेत अन्य संघ के लोग सीएम आवास पहुंचे। संघ के साथ नीतीश की काफी देर तक वार्ता चली। सरकार ने हड़ताल अवधि में जिन शिक्षकों पर दंडात्मक कार्रवाई की थी, वो वापस लेगी और हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान होगा। इसके अलावा हड़ताल अवधि मेें जो कक्षाएं बाधित हुई हैं, उसका समायोजन छुट्टियों की अवधि में किया जाएगा। कई अन्य मांगों पर लॉकडाउन के बाद विचार किया जाएगा।
गौरतलब है कि इसी साल 17 फरवरी से बिहार नियोजित प्रारंभिक प्रारंभिक समन्वय समिति की हड़ताल शुरू हुई थी, जबकि 25 फरवरी से बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने हड़ताल शुरू की थी। शिक्षकों ने मैट्रिक परीक्षा से भी खुद को अलग रखा था। इसके साथ ही मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन से भी हड़ताली शिक्षकों ने खुद को अलग रखा था। हालांकि, बिहार बोर्ड ने इंटरमीडिएट के तीनों संकायों का रिजल्ट समय से पहले दे दिया था, जबकि मैट्रिक का रिजल्ट अभी तक पेंडिंग है। बताया जाता है कि मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य अभी पूरा नहीं हो पाया है।