छपरा। जयप्रकाश नारायण इंजीनियरिग कॉलेज में बनाए गए आपदा राहत केंद्र के रसोइया को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसके संपर्क में आने वाले सात लोगों का सैंपल कलेक्शन रविवार को सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में किया गया तथा जांच के लिए आइजीआइएमएस पटना भेजा गया। कुल सैंपल कलेक्शन 14 व्यक्तियों का किया गया है, जिसमें सात लोग डोर टू डोर सर्वेक्षण के दौरान संदिग्ध पाए गए हैं। रसोइया सदर प्रखंड के खलपुरा गांव निवासी है। जांच में यह बात सामने आई है कि आपदा राहत केंद्र में व सुबह-शाम खाना बनाने के बाद अपने घर चला जाता था।
इसके वजह से उसके संपर्क में आने वाले परिवार के सात लोगों को सैंपल कलेक्शन के बाद क्वॉरंटाइन सेंटर में भर्ती कर दिया गया है। आपदा राहत केंद्र में पहली बार संदिग्ध पाए गए दो व्यक्तियों का सैंपल कलेक्शन कर जांच कराई गयी थी, जिसमें एक युवक तथा एक युवती को पॉजिटिव पाया गया। उसके बाद वहां रह रहे 62 व्यक्तियों तथा पॉजिटिव पाई गई युवती के संपर्क में आने वाले 29 व्यक्तियों समेत 91 लोगों का सैंपल कलेक्शन कर जांच के लिए आइजीआइएमएस भेजा गया। उसमें 70 लोगों की जांच रिपोर्ट आई है, जिसमें एक रसोइया को पॉजिटिव पाया गया, जबकि 69 लोगों को नेगेटिव पाया गया है। पहले से भेजे गए सैंपल में से 21 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट नहीं आयी है ।
सिविल सर्जन डा माधवेश्वर झा ने बताया कि अब तक पुल 629 व्यक्तियों का सैंपल कलेक्शन कर जांच के लिए भेजा गया है, जिसमें 98 लोगों की जांच रिपोर्ट नहीं आयी है। फिलहाल आइसोलेशन वार्ड में 4 लोगों को भर्ती किया गया है जबकि क्वॉरंटाइन में 70 लोगों को रखा गया है। सिविल सर्जन ने बताया कि रसोइया के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट तथा आपदा राहत केंद्र में पहली बार पॉजिटिव पाए गए युवक तथा युवती की दूसरी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इसके चेन का पता चल सकेगा।