पटना। राजधानी में पिछले 48 घंटे से कोई भी कोरोना संक्रमित नहीं मिला है। यहां मरीजों का आंकड़ा 44 पहुंच गया है। बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मिलने के कारण पटना को रेड जोन घोषित कर दिया गया है। ऐसे में लॉकडाउन की बढ़ी अवधि (17 मई) तक राजधानी में सख्ती बरती जाएगी। एनएमसीएच अधीक्षक डॉ. निर्मल कुमार सिन्हा ने बताया कि कोरोना के आशंकित 16 लोगों को भर्ती किया गया है। इनमें दस पुरुष और छह महिलाएं हैं। पहले से यहां भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या घटकर अब 39 रह गई है। कुल 57 लोगों का इलाज जारी है। अधीक्षक ने बताया कि 18 मरीजों की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। अबतक 608 मरीज एनएमसीएच में भर्ती हुए इनमें 541 को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है।

बिना लक्षण मिल रहे कोरोना मरीज, बढ़ी चिंता
कोरोना वायरस को लेकर चिंता और बढ़ गई है। अब तक यह माना जाता रहा था कि संक्रमित में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण होते हैं, मगर इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की सैंपल जांच में यह बात सामने आई कि जो सर्दी, खांसी व बुखार से पीडि़त नहीं थे, उनमें भी कोरोना की पुष्टि हुई है। यहां सबसे पहले सीवान के एमडीआर टीबी मरीज में लक्षण मिला। इसके बाद 15 अप्रैल को सारण के मरीज में कोरोना की पुष्टि हुई। इसके अतिरिक्त गैस्ट्रो सर्जरी विभाग में ही आंत में कैंसर के ऑपरेशन के लिए भर्ती कराए गए मरीज में लक्षण मिले। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि हमारा संस्थान नन कोविड अस्पताल है।
कोरोना के लक्षण
खांसी, बुखार, थकान, सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, गला खसखसाना।
पटना के कई इलाके सील
कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद खाजपुरा, न्यू पाटलिपुत्र का जीडी मिश्रा पथ, बीपीएससी गली, पटेल नगर, मछली गली पहले से ही सील है। इनके बाद जक्कनपुर के न्यू पुरंदरपुर और राजीव नगर के मौर्या पथ पर वित्त कॉलोनी में कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद बैरिकेडिंग कर गलियों को सील कर दिया गया है। नए इलाके में करीब 150 लोग नजरबंद हैं। इन्हें मोहल्ले से बाहर आने और बाहरी को इस इलाके में जाने की अनुमति नहीं है। प्रशासन ने मुहल्ले में ही सब्जी की दुकान और चिह्नित किराना दुकान खोलने का निर्देश दी है। पुलिस इन इलाकों में लगातार पहरेदारी कर रही है।
दो गलियों में बैरिकेडिगं, अंदर है 30 मकान
न्यू पुरंदरपुर के गिरजा पथ में दो गलियों को पुलिस ने बैरिकेडिंग कर सील कर दिया है। दो दिनों से पुलिस माइक से लगातार बोल रही है कि यह इलाका प्रतिबंधित क्षेत्र है। यहां बिना इमरजेंसी और बिना अनुमति के गली से बाहर निकलने की किसी को भी अनुमति नहीं है। शनिवार के बाद रविवार को भी दोनों गलियों के प्रवेश और निकासी द्वार पर पुलिस मौजूद है। गलियों को इक्का-दुक्का लोग दिखे, जो ताक-झांक कर रहे थे, लेकिन आवाज देने पर सभी अपने अपने घर में जाकर दरवाजा बंद कर लिए। इस एरिया के लोग घर से तभी बाहर निकल रहे हैं, जब ठेले पर सब्जी या फिर तय समय पर किराना दुकान खुल रही है। इस एरिया में करीब 30 मकान है, जिसमें 125 लोग रहते हैं।