स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने बताया है कि भारत सरकार की ओर से गुरुवार को सभी राज्यों के रेड, ऑरेंज एवं ग्रीन जोन की संशोधित सूची जारी की गई है। इसके अनुसार रांची जहां रेड जोन में अभी भी शामिल है, वहीं बोकारो रेड जोन से बाहर हो गया है।
इसके साथ ही नौ जिलों को ऑरेंज जोन में रखा गया है। शेष 14 जिले जहां मरीज नहीं मिले हैं, उन्हें ग्रीन जोन में रखा गया है। उन्होंने कहा कि वैसे जिले जो ऑरेंज जोन में है यदि वहां 21 दिनों तक कोई भी कोरोना पॉजिटिव नहीं मिलता है तो उसे ग्रीन जोन में डाल दिया जाएगा। राज्य में अब तक कोरोना वायरस के 110 मरीज मिल चुके हैं।
डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि अब तक मिले मरीजों के हिसाब से राज्य में मरीजों का ग्रोथ रेट 11.80 है। जबकि रांची को ग्रोथ रेट 18.3 और शेष 23 जिलों का ग्रोथ रेट 4.72 प्रतिशत है। वहीं राजधानी रांची में हिंदपीढ़ी का ग्रोथ रेट लगभग 11. 5 है।
प्रधान सचिव ने बताया कि राज्य में जहां 6.21 दिन में मरीज डबल हो रहे हैं, वहीं रांची में 4.1 दिन में, जबकि राज्य के शेष 23 जिलों में 15 दिन में मरीज डबल हो रहे हैं। वहीं रांची के हिंदपीढ़ी में 6.63 दिन में मरीज डबल हो रहे हैं। जबकि, राज्य में मरीजों का डेथ रेट 2.80 है। राज्य में अब तक मिले 107 मरीजों में से 20 ठीक हो चुके हैं, जबकि तीन की मौत हो चुकी है। 84 मरीज अभी एक्टिव हैं। डॉ कुलकर्णी ने गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन में मीडिया को यह जानकारी दे रहे थे।
तीन मेडिकल कॉलेजों में जांच की सुविधा जल्द : डॉ कुलकर्णी ने बताया कि राज्य के तीन नए मेडिकल कॉलेजों में भी कोरोना जांच के लिए लेबोरेट्री का निर्माण कराया जा रहा है, जो जल्द ही तैयार हो जाएगा। इसके साथ ही आईसीएमआर द्वारा कुछ प्राइवेट जांच घरों को अनुमति देने हेतु कार्य किया जा रहा है । जहां वैसे लोग जो अपना खुद से टेस्ट करवाना चाहते हैं, करवा सकते हैं।
कैटेगरी के हिसाब से मरीजों का उपचार : उन्होंने बताया कि बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए राज्य में129 कोविड केयर सेंटर तैयार कर लिए गए हैं। वहीं सामान्य लक्षण वाले मरीजों के लिए 57 कोविड हेल्थ सेंटर और उससे ज्यादा गंभीर मरीजों के लिए 21 डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल तैयार हैं। राज्य में मरीजों के समुचित उपचार के लिए 7726 नॉन आईसीयू बेड और 489 आईसीयू बेड तैयार है जबकि, गंभीर मरीजों के लिए 206 वेंटिलेटर युक्त बेड तैयार रखे गए हैं।