पटना। पटना में कोरोना वायरस का संक्रमण धीरे-धीरे फैलते जा रहा है। अब तक 11 इलाकों में बीमारी फैल चुकी है। इसलिए जिला प्रशासन इन इलाकों से सटे मोहल्लों में सर्वेक्षण का काम गहनता से कर रहा है। ऐसी आशंका है कि जो प्रभावित इलाके हैं, उससे सटे इलाकों में बीमारी फैल सकती है।
40 दिन बाद युवक को मिली बीमारी
हाल में पटना में मिले मरीजों में लक्षण के आधार पर उनकी पहचान नहीं हुई बल्कि पहले से पीड़ित लोगों के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों की जांच में बीमारी पहचान में आई है। बीमारी का लक्षण नहीं दिखने के कारण अब पीड़ित की पहचान करना चिकित्सा टीम के लिए भी मुश्किल हो रहा है। इसलिए प्रशासन ने रणनीति बदली है। डीएम कुमार रवि का कहना है कि दो चरणों में काम हो रहा है। पहले चरण में पीड़ितों के संपर्क में आने वाले लोगों की जांच करायी जा रही है। जिन इलाकों में बीमारी से संक्रमित मिले हैं, उसके आसपास के इलाकों का भी सर्वेक्षण कर लोगों के सैंपल लिये जा रहे हैं। न्यू पाटलिपुत्र के मरीज में जैसे ही बीमारी की पुष्टि हुई। इस आधार पर मार्च में राज्य से बाहर या विदेश से आए उन लोगों के संपर्क में रहे लोगों की नए सिरे से स्क्रीनिंग शुरू हो गई है। पटना में पहले पांच इलाकों में ही बीमारी का संक्रमण था। इसमें पटना सिटी, खेमनीचक, दीघा, फुलवारीशरीफ और खाजपुरा शामिल था। लेकिन कुछ और इलाके बीमारी की गिरफ्त में आ गए हैं। इसलिए चुनौती बढ़ गई है।
पटना कोरोना संक्रमित पाए गए न्यू पाटलिपुत्रा कॉलोनी के युवक के कारण कॉलोनी के आसपास के बाजार व अन्य पड़ोस की कॉलोनियों में भी लोग दहशत में हैं। जयपुर से आया युवक रोड नंबर 1 ई में रहता है। उसके मोहल्ले को पूरी तरह से बैरिकेडिंग कर वहां पुलिस तैनात कर दी गई है। इस मोहल्ले में 12-13 घरों में किराएदार समेत 25 परिवार के लगभग 100 लोग रहते हैं। पूरी कॉलोनी में जाने के लिए एक ही सड़क है, जिसको प्रशासन ने मंगलवार को बंद कर दिया। अब वहां के लोग घरों में कैद हैं। बैरिकेडिंग से पहले युवक के माता-पिता और बहन-बहनोई को भी सिविल सर्जन की टीम जांच के लिए ले गई। उन्हें होटल पाटलिपुत्रा अशोका में आइसोलेशन में रखा गया है। इनका सैंपल भी लिये गए हैं। सिविल सर्जन ने बताया कि युवक के करीबी रिश्तेदारों के सैंपल के बाद यदि ये पॉजिटिव पाए जाते हैं तो मोहल्ले के अन्य लोगों को भी आइसोलेशन में लेकर उनकी जांच की जाएगी। इससे न्यू पाटलिपुत्रा कॉलोनी के रोड नंबर 1-ई के अलावा पड़ोस के जीडी मिश्रा पथ के कुछ घरों के लोगों में भी आइसोलेशन में रहने को लेकर भय का माहौल बन गया है।