पटना । कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों से बिहार में दहशत का माहौल तो है, किंतु राजनीति में सक्रिय लोग इसे एक अवसर के रूप में भी देख रहे। लॉकडाउन से प्रभावित जरूरतमंद लोगों की मदद कर उनकी कोशिश नेतृत्व की नजरों में आने की है ताकि भविष्य में किस्मत की कुंडी खुल सके। यही कारण है कि कोरोना संकट में राहत कार्यों में बढ़-चढ़ कर भाग लेने का वीडियो सहेजा जा रहा है और इसे फेसबुक और ट्विटर के अलावा सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म पर भी अपलोड कर रहे हैं।
नेता-कार्यकर्ता सहेज रहे सेवा कार्यों का रिकॉर्ड
दरअसल, बिहार में छह माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर गांव से शहर तक चप्पे-चप्पे पर संघ और भाजपा की निगरानी टीम सक्रिय है। इस वजह से भाजपा में ऐसे कई मददगार आगे बढ़कर दोतरफा अहमियत साबित करने में जुटे हैं। भाजपा कार्यकर्ता से लेकर पार्टी पदाधिकारी और नेता सेवा कार्य के दूरगामी निहितार्थ देख रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अपील पर बूथ से लेकर मंडल, जिला और प्रदेशस्तर पर भाजपा सांसद, विधायक, विधान पार्षद के अलावा छोटे-बड़े तमाम कार्यकर्ता सेवा कार्यों का रिकॉर्ड भी सहेज रहे हैं।
सोशल मीडिया में शेयर करने की होड़
भाजपा के छोटे से लेकर बड़े कार्यकर्ताओं के बीच मास्क के रूप में उपयोग के लिए गमछा और राशन बांटने का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करने की होड़ मची है। इस बीच पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल से लेकर विभिन्न स्तर पर पार्टी पदाधिकारियों द्वारा सेवाकार्य को लेकर चलाए जा रहे कार्यों की विभिन्न माध्यमों से मॉनीटङ्क्षरग की जा रही है।
रोजाना फीडबैक ले रहा पार्टी मुख्यालय
भाजपा के प्रदेश मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा बताते हैं कि प्रति सप्ताह शारीरिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए वीडियो और ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल फीडबैक लेते हैं। इसमें पार्टी के मंच, मोर्चा, प्रकल्प और प्रकोष्ठ के अलावा अन्य अनुषांगिक संगठनों के कामकाज पर पार्टी की नजर बनी हुई है। विभिन्न स्तर पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। पीएम केयर्स फंड में किस जिले से रुपये डाले गए। इसकी भी प्रतिदिन रिपोर्ट प्रदेश मुख्यालय भी तलब कर रहा है।