एक तरफ कोरोना वायरस का संकट तो दूसरी तरफ बिहार में राजद और जदयू के बीच बिहार के बाहर से कामगारों और छात्रों को वापस लाने को लेकर जुबानी जंग छिड़ी हुई है। जुबानी जंग से बात अब शेरो शायरी तक पहुंच गई है। एक तरफ जहां नेता प्रतिपक्ष ने शेर लिखकर जदयू पर आरोप लगाया तो जदयू नेता निखिल मंडल ने भी उन्हें उसी अंदाज में जवाब दिया है।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से बिहार से बाहर रह रहे मजदूरों, कामगारों और छात्रों को रही परेशानी को लेकर प्रदेश की नीतीश सरकार पर हमलावर रहे हैं। वहीं इस मामले में कोटा से एक भाजपा विधायक को वीआइपी पास देनेे के मामले को लेकर भी तेजस्वी ने बिहार सरकार पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है तो वहीं जदयू ने भी तेजस्वी को इसका जवाब दिया है।
तेजस्वी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, जो लोग इस मुश्किल में घर से दूर है, वह बिहार का मजदूर है. वीआईपी पास हटाओ और मजदूरों को वापस लाओ।
इसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया और लिखा, 7 लाख अप्रवासी बिहारी जहां फंसे है वहां की सरकारें उन्हें भेजना चाहती हैं, लेकिन बिहार सरकार उन्हें लाना नहीं चाहती। क्या राज्य ने उन्हें मारने के लिए छोड़ दिया है? क्या यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा नहीं है? नीतीश जी के MP VIP पास लेकर दिल्ली से बिहार पहुंच सकते है, लेकिन मज़दूर नहीं।
तेजस्वी यादव के इस ट्वीट पर जेडीयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने शायरी लिखकर जवाब दिया है। उन्होंने अपने ट्वीट में उसी शेर के अंदाज में लिखा जिस अंदाज में नेता प्रतिपक्ष ने सवाल उठाए थे।
निखिल मंडल ने अपने ट्वीट में लिखा, जो मुश्किल में बिहार से दूर है, आपदा के समय करता वह मस्ती का टूर है। कुछ अपना भी फर्ज निभाओ, जिस चार्टर्ड प्लेन में जन्मदिन मनाए थे, अरे भाई कम से कम उसी से तो बिहार वापस आ जाओ। जाहिर है आरजेडी ने इस मसले को लेकर नीतीश सरकार को लगातार घेरा है. हालांकि सत्ताधारी दल जेडीयू भी तेजस्वी यादव और आरजेडी पर पलटवार करती रही है.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही नवादा में हिसुआ के बीजेपी के विधायक अनिल सिंह द्वारा अपनी बेटी को राजस्थान के कोटा से वापस लाए जाने को लेकर खूब सियासत हुई थी. इसके बाद पूर्णिया और अररिया के सांसदों का दिल्ली से वापस आने का मामला भी खूब गरमाया था.