कोरोना के संकट से तो सब वाकिफ है और अब ऐसे वक़्त में सब डॉक्टर्स भी यही बात कह रहे है की जिसका शरीर जितना स्वस्थ होगा वही कोरोना से लड़ पायेगा।
ऐसे में यह बहुत ज़रूरी है की आप संतुलित आहार ले ताकि आपके शरीर का इम्यून सिस्टम अच्छा हो सके।
स्वामी रामदेव कहते है की मनुष्य का शरीर कुछ ऐसा है कि उसे अलग अलग ऋतुओं में अलग अलग खान पान चाहिये, मनुष्य के शरीर में वात, पित्त और कफ होते है और जिसके शरीर में इनका संतुलन होता है वही निरोगी कहलाता है।
स्वामी रामदेव का कहना है कि मनुष्य को अपनी प्रकृति के अनुसार ही भोजन करना चाहिये।
मनुष्य को सबसे पहले अंकुरित भोजन करना चाहिए, इसका सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि हानिकारक विषाक्त टोक्सिन शरीर से बाहर आ जाते है।
अगर अंकुरित भोजन रोज़ लिया जाए तो अच्छा है लेकिन कम से कम सात दिन में एक बार तो आपको यह भोजन जरुर करना चाहिए।
स्वामी जी के अनुसार मनुष्य को रोज़ एक ही नाश्ता नहीं करना चाहिए।
जौ का दलिया नाश्ते के विकल्प के रूप में सबसे अच्छा है, इससे महिलाओं की मासिक धर्म की समस्या वही पुरुषों को धातु रोग जैसी समस्याओं से निजात मिलता है।
मनुष्य को कोशिश करनी चाहिए की वो गेंहू, जौ और चने के मिक्स आटे का इस्तेमाल करे, नाश्तें में 1 दिन अंकुरित, 1 दिन कोई भी फल, 1 दिन दलिया, 1 दिन जूस लेना चाहिए, सब्जी के रस की बात करे तो लौकी के रस का सेवन सबसे गुणकारी होता है।
इसका सेवन करने वाले लोगों को कभी भी ब्लड प्रेशर की बीमारी नहीं होती है। अगर आपको लौकी का जूस कड़वा लगता है तो आप इसमें निम्बू मिला सकते है।
खीरा, करेला, पत्ता गोभी, गाजर, टमाटर, इनसे पोषक तत्व शरीर को मिलते है, इसलिए इन सबका सेवन शरीर के लिए फायदेमंद रहता है।
थोड़ी मात्रा में सरसों का तेल शरीर के लिए फायदेमंद रहता है। स्वामी रामदेव का कहना है कि मनुष्य को सबसे पहले हल्का भोजन करना चाहिए और सबसे अंत में भारी यानी आप अपने खाने की शुरुआत सबसे पहले हल्के खाने से करे और ज्यादा कोलेस्ट्रॉल वाली चीज़े भोजन के अंत में खाये।