बिहार सहित पूरे देश के छात्र राजस्थान के कोटा में मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। कोरोना के कारण अचानक हुए लॉकडाउन में वे कोटा में ही फंस गए हैं। उन्हें वापस बुलाने के लिए कुछ राज्य राजी हो गए हैं। जबकि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे लॉकडाउन का उल्लंघन माना है। छात्रों को लेकर नीतीश सरकार के रूख पर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव ने नाराजगी जताई है। उन्होंने बिहार की नीतीश सरकार को अहंकार व जिद में फंसा बताया है।
यूपी के बाद अब अन्य राज्यों के छात्र भी भेजे जा रहे घर
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने राज्य के छात्रों को लाने के लिए वहां बसें भेजीं। इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलौत ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि अब मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, आसाम और गुजरात के मुख्यमंत्रियों ने भी इसपर सहमति दे दी है। जल्द ही वहां के छात्र अपने घरों के लिए रवाना होंगे।
तेजस्वी यादव ने फिर इस मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट किया कि सभी राज्य अपने छात्रों और उनके अभिभावकों की चिंताओं में शामिल हैं। बिहार ही अकेला ऐसा अभागा राज्य बचा है, जहां की सरकार अहंकारवश किसी की नहीं सुन रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष को भी ऐसा करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं।
सभी राज्य अपने छात्रों और उनके अभिभावकों की चिंताओं में सम्मिलित है लेकिन बिहार ही अकेला ऐसा अभागा राज्य बचा है जहाँ की सरकार अहंकारवश किसी के भी भविष्य, चिंता, सुरक्षा, भावना और सुझाव को नहीं सुन रही है। माननीय मुख्यमंत्री नीतीश जी विपक्ष को भी ऐसा करने की अनुमति नहीं दे रहे है।
कोटा मामले में बिहार ने बढ़ाया राजस्थान पर दबाव
इस बीच बिहार ने राजस्थान सरकार पर वहां रहने वाले छात्रों व कामगारों को रहने की पूरी व्यवस्था करने की मांग की है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय चौधरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मंगलवार को कहा कि कोटा एवं राजस्थान के अन्य शहरों में फंसे बिहार के हजारों छात्रों एवं कामगारों के रहने-खाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। ओम बिड़ला कोरोना से बचाव के लिए बिहार की तैयारियों की जानकारी ले रहे थे।
कोटा से छात्रों को वापस बुलाने के पक्षे में नहीं नीतीश
विदित हो कि कोटा में बिहार के भी छात्र बड़ी संख्या में फंसे हुए हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन्हें लॉकडाउन के दारान बुलाने के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने राजस्थान सरकार से बिहार के बच्चों को वहीं सुधिाएं देकर रखने की मांग की है। इसके पहले कोटा में रहने वाले कुछ छात्र कोटा के डीएम द्वारा जारी पास लेकर बिहार भी पहुंचे थे, जिसकी सूूचना राज्य सरकार को देर से मिली। पूरे मामले पर बिहार सरकार ने केंद्रीय गृह सचिव को लिखा नाराजगी भरा पत्र भी लिखा।