दुनिया भार में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है। इस वैश्विक महामारी के बीच इराक, लेबनान और सीरिया ने मुसलमानों के पवित्र महीने रमजान से कुछ दिन पहले ही कोरोना वायरस को लेकर जारी प्रतिबंधों को कम करने का फैसला किया है।
रविवार को स्वास्थ्य और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इराक की उच्च समिति ने आंशिक रूप से 24 घंटे के कर्फ्यू को वापस करने का फैसला किया। अब 21 अप्रैल से 22 मई के बीच कर्फ्यू शाम 7 बजे से सुबह 6 बजे तक ही लागू रहेगा। इराक में अब तक कोरोना वायरस के 1,482 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कुलर 81 लोगों की मौत हो चुकी है।कार्यवाहक प्रधानमंत्री एडेल अब्दुल महदी की अध्यक्षता वाली समिति ने स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रमजान के दौरान कोरोना वायरस के प्रतिबंधों को कम करने के सुझाव को मंजूरी दे दी है। रमजानन के दौरान मुसलमान उपवास करते हैं और खाने-पीने से परहेज करते हैं। इसके बाद वह एकसाथ उपवास को तोड़ते हैं।
हालांकि, समिति ने कहा की शुक्रवार और शनिवार को प्रतिबंध पूरी तरह से लागू रहेगा। इस दौरान तीन से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध रहेगा। रेस्तरां में रात्रिभोज की अनुमति नहीं होगी, लेकिन उनको खाने का ऑर्डर वितरित करने की अनुमति होगी। समिति ने ये भी कहा कि सार्वजनिक रूप से बाहर जाते समय सभी नागरिकों को एक फेसमास्क या किसी तरह का फेशियल कवर पहनना होगा।
वहीं, लेबनानी आंतरिक मंत्रालय ने अपने कर्फ्यू के घंटों को थोड़ा बदल दिया है। कर्फ्यू अब शाम 7 बजे के बजाय रात 8 बजे से सुबह 5 बजे तक चलेगा।संक्रमण की दर में कमी आने के बाद यह फैसला लिया गया है। पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस से एक भी मौत नहीं हुई है। हालांकि देश में अबतक कुल मिलाकर कोरोना वायरस के 672 मामले सामने आए हैं, जबकि अबतक 21 लोगों की मौत हुई है।
कोरोना वायरस के 38 मामलों और दो लोगों की मौत के बाद सीरियाई सरकार ने भी रविवार से अपने कर्फ्यू में ढील दे दी है। इस दौरान कुछ दुकानों को फिर से खोलने की अनुमति मिली है।
चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस वैश्विक स्तर पर 1,65,154 लोगों की जान ले चुका है। वहीं संक्रमित लोगों का आंकड़ा 24 लाख को पार कर 24,02,798 हो गया है। कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा प्रभाविद देश अमेरिका है, जहां सात लाख 60 हजार के करीब लोग संक्रमित है और 40 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।