दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब समेतदेश के 20 से अधिक राज्यों में कोरोना के संकट को बढ़ाने वाले तब्लीगी मरकज के मुखिया मौलाना मुहम्मद साद की मुश्किलें अब बढ़नी शुरू हो गई हैं।मरकज में विशेष आयोजन से पूर्व बैंक खातों में देश-विदेश से आए करोड़ों रकम की जानकारी आयकर विभाग को न देने पर प्रवर्तन निदेशालय ने जहां साद के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है, वहीं राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने भी मुहम्मद साद के आतंकी लिंक खंगालने शुरू कर दिए हैं।
NIA कर रही जांच
बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस से साद के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने के बाद एनआइए की टीम इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मौलान साद का कहीं आतंकी लिंक तो नहीं है। मुख्यालय सूत्रों की मानें तो मौलाना साद के खिलाफ आतंकी लिंक का सुराग मिलने पर एनआइए भी मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर सकती है। पिछले दो हफ्ते से एनआइए अपने स्तर पर हर पहलुओं को देखते हुए जांच में जुटी हुई है।
साद पर आपराधिक साजिश की धारा भी लगी
दरअसल तब्लीगी मरकज में ठहरे देश-विदेश के लोगों में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित पाए जाने पर दिल्ली पुलिस ने साद, प्रबंधन से जुड़े मौलानाओं व अज्ञात अन्य के खिलाफ दर्ज मुकदमे में किसी बड़ी साजिश की आशंका के मद्देनजर ही आपराधिक साजिश रचने की धारा भी लगा दी थी।
खंगाले जा रहे बैंक खाते
ऐसा माना जा रहा था कि जमातियों के जरिए साद की योजना कहीं भारत में कोरोना बीमारी फैलाकर बड़ी तबाही मचाने की तो नहीं थी? साजिश के मद्देनजर ही एनआइए जांच कर रही है। उधर ईडी ने शुक्रवार से साद के सभी बैंक खातों के बारे में पता लगाना शुरू कर दिया है।
यह पता लगाया जा रहा है कि मरकज के बैंक खातों में देश-विदेश से आई धनराशि में कितना पैसा कहां से आया था। मौलाना साद, प्रबंधन से जुड़े छह मौलानाओं व मरकज आदि किन-किन के नाम के बैंक खाते हैं। उक्त खातों में कितनी धनराशि जमा है और खातों का इस्तेमाल कौन-कौन करते हैं। ईडी इसकी विवेचना करने में जुट गई है। ईडी की एक बड़ी टीम फंडिंग के श्रोत के बारे में पता लगा रही है कि मरकज के खातों में जो ट्रांजक्शन हुए उसमें फेमा का उल्लंघन हुआ है या नहीं? किन-किन देशों व भारत के राज्यों से पैसे आए, किस ग्राउंड पर पैसे आए।
उक्त रकम कितनी दिखाई गई। कितने पैसे किन-किन मद में खर्च किए गए। कानून को कहां ताक पर रखा गया। आयकर जमा किया जाता था अथवा नहीं।वहीं, ईडी के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि साद को गिरफ्तार कर पूछताछ करने के बाद ही सही तौर पर विस्तृत जानकारी मिल पाएगी। फिलहाल दिल्ली पुलिस द्वारा की गई तफ्तीश का ही ईडी अध्ययन कर रही है।