कई बार आपको लगता होगा की सुबह सुबह की नींद बेहद मज़ेदार और अच्छी होती है लेकिन क्या आप जानते है की अगर आप इस नींद को छोड़कर जल्दी उठ जाए तो आप ना जाने कितनी बीमारियों और मुसीबतों से बच सकते है। तो आज आइये आचार्य बालकृष्ण से जानते है कि जल्दी उठने से क्या क्या फायदे होते है।
आचार्य जी कहते है, हमेशा रात को भोजन करने के दो घण्टे बाद ही सोना चाहिए। इसके अलावा रात को आहार हल्का लेना चाहिए और देर से नहीं लेना चाहिए। आचार्य जी आगे समझाते हुए कहते है कि आपातकाल को छोड़कर रात में 10 से 11 के बीच सो जाना चाहिए।
सुबह आप 5 बजे उठने की आदत डाल लीजिये। अपने बच्चों में भी ये आदत डाल दीजिये, जो सुबह जल्दी उठता है उसको कभी भी कब्ज की शिकायत नहीं होती और सुबह 8 बजे के बाद जो उठते है उन्हें अक्सर पेट और कमर दर्द की शिकायत होती है।
सुबह कफ प्रबल होता है। उसके बाद पित्त और शाम को वात प्रबल होता है। इसलिए सर्दी जुकाम बच्चों को होता है क्यूंकि वो देर तक नींद में रहता है, जवानी में अम्ल के रोग होते है वही बुढ़ापे में वात रोग यानी घुटने और जोड़ों का रोग होता है।
अगर रात को देर तक जागेगा तो बलगम बनेगा और खांसी होगी। पेट साफ़ नहीं होगा। ये आयुर्वेद का मान्य सिद्धांत है। सुबह जल्दी उठने से साफ और शुद्ध ऑक्सीजन फेफड़ों को मिलती है जिससे आधी से अधिक बीमारी अपने आप ही खत्म हो जाती है।