दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से निकाले गए लोग देश के विभिन्न राज्यों के अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें से बड़ी संख्या में दिल्ली और गाजियाबाद में भी जमात में शामिल होने वाले लोग भर्ती हैं। इन लोगों ने कल दिल्ली और गाजियाबाद दोनों जगह हंगामा किया। इस पर जिले के सीएमओ ने पुलिस को एक शिकायती पत्र भी लिखा, इसके बाद इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
उधर यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नैशनल सिक्योरिटी ऐक्ट (रासुका) के तहत ऐसे उपद्रवियों पर ऐक्शन के निर्देश दे दिए हैं। गाजियाबाद के जिला एमएजी अस्पताल में तो कोरोना संदिग्ध जमातियों ने सारी हदें पार करते हुए नर्शों और डॉक्टरों से बदसलूकी की। जमातियों के व्यवाहर से अस्पताल प्रबंधन पेरशान है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जमाती आइसोलेशन के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। वे स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नर्सों की मौजूदगी में ही कपड़े उतार देते हैं, जबकि कपड़े बदलने के लिए वॉर्ड में बाथरूम बना हुआ है, ऐसा करने से मना करने पर नर्सों के साथ बदतमीजी कर रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन ने इस संबंध में सीएमओ से शिकायत की है। सीएमओ का कहना है कि, पुलिस को मामले की सूचना द गई है। यदि ये लोग नहीं मानते हैं तो इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई जाएगी।
खबरों की माने तो बदसलूकी की घटना के बाद सीएम योदी ने निर्देश दिया है कि अस्पताल में जमातियों की देखरेख के लिए किसी महिला को तैनात न किया जाए। सीएम योगी ने कहा है कि वह इंदौर जैसी घटनाएं यूपी में बर्दाश्त नहीं करेंगे।