पीएम मोदी के सोशल मीडिया से अलविदा के ऐलान के बाद हर तरफ विवाद छिड़ा हुआ है, लेकिन मंगवार को संसदीय दल की बैठक में उन्होंने दिल्ली हिंसा का बिना जिक्र किए, कहा कि देश में शांति और एकता जरूरी है। यह पर अपना नारा दोहराते हुए उन्होंने कहा कि, सबका साथ, सबका विकास के कास साथ साथ सबका विश्वास भी जरूरी है। इसके बाद पीएम ने कहा कि, उनके लिए पहले देश और फिर दल है।
बताते चलें कि, पीएम मोदी ने सोमवार रात यह ऐलान किया था कि रविवार से वह फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब चलाना छोड़ सकते हैं। मीडिया में आई खबरों की मेने तो मोदी ने मीटिंग में कहा कि, देश सर्वोपरि है। विकास बीजेपी का मंत्र है और इसके लिए शांत एकता और सद्भाव जरूरी है। यह रखते हुए विकास को आगे ले जाना है।
वहीं, मीटिंग से बाहर आने के बाद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि, पीएम मोदी ने सांसदों से सख्त लहजे में कहा कि यह सिर्फ बोलना नहीं है, हर सासंद को शांति, एकता और सद्भावना में लीड करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज की तरह देशहित और दलहित तब भी मामला आया था, तब वंदे मातरम को भी इनकार किया गया था, तब की तरह अब भारत माता की जय के नारे को मुद्दा बनाने की कोशिश।